Jharkhand Bijli Bill New Rate 2025: झारखंड में बिजली की बिल की जो दरें हैं उनमें झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (JVNL) के तरफ से बिजली बिल के दरों में 30% तक की बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव भेजा है. जिससे झारखंड के लोगों को बिजली बिल की दरें अभी जो को भरना पड़ रहा है उससे ज्यादा भरना पड़ेगा. एक तरह लोगों को काफी कुछ फ्री में दिया जा रहा है दूसरी तरफ झारखंड के लोगों को बिजली के दरों की महंगाई झेलनी पड़ सकती है. यहां पर हम लोग बिस्तर में जानेंगे कि जेवीवीएनएल की तरफ से सरकार को कितना बिजली बिल में बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव भेजा है इसके साथ ही ऐसा क्यों किया जा रहा है क्यों बढ़ोतरी की जा रही है इसकी भी कारण हम लोग जानेंगे. इसलिए अधिक जानकारी के लिए इस न्यूज़ को पूरा पढ़ें,
झारखंड में बढ़ेंगे बिजली बिल की दरें 30% तक जाने क्या होगा नया दर ?
Jharkhand Electricity Bill New Rate 2025: झारखंड में फिलहाल घर की बिजली का प्रति यूनिट दर है ₹6.65 पैसे अगर इसमें 30% की बढ़ोतरी कर दी जाती है तो इसका दर हो जाएगा ₹8.65 जेवीवीएनएल की योजनाएं यही है कि प्रति यूनिट घरेलू बिजली की दरों में बढ़ोतरी कर ₹8.65 पैसे तक का कर दिया जाए.
आखिर झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ऐसा क्यों कर रही है ?
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड झारखंड के घरेलू उपभोक्ताओं को हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी जा रही है. जिससे तकरीबन हर महीने 340 करोड रुपए के खर्च आ रहे हैं. इसके साथ ही 45 करोड़ की बिजली चोरी हो जाती है. इन घटनाओं से जो नुकसान हो रहा है उसे कवर करने के लिए एवं बिजली की वितरण में सुधार करने के लिए यह प्रस्ताव रखा गया है.
झारखंड बिजली चोरी विश्लेषण रिपोर्ट
वार्षिक तुलनात्मक विश्लेषण
मासिक प्रवृत्ति
प्रमुख निष्कर्ष
वर्ष 2024 में बिजली चोरी के मामलों में 10.2% की कमी देखी गई, जबकि वित्तीय नुकसान में 8.5% की कमी आई। प्रति मामला औसत नुकसान लगभग ₹19,000 रहा।
सुधार के सुझाव
- उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाएं
- जन जागरूकता अभियान का विस्तार करें
- स्मार्ट मीटरिंग सिस्टम का उपयोग बढ़ाएं
- कानूनी प्रवर्तन को मजबूत करें
- नियमित ऑडिट और निरीक्षण करें
ऊपर दिया गया रिपोर्ट अनुमानित रिपोर्ट है यह पूरी तरीके से सटीक नहीं है.
Jharkhand Electricity Bill New Rate 2025
बिजली दरों पर अंतिम निर्णय विद्युत नियामक आयोग द्वारा लिया जाएगा। अप्रैल में जन सुनवाई आयोजित की जाएगी, और जून 2025 तक नई बिजली दरों का फैसला होने की संभावना है। सितंबर 2024 में टैरिफ की घोषणा के दौरान बिजली दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था। इससे पहले, जेबीवीएनएल ने दरों में वृद्धि का प्रस्ताव दिया था, जिसे खारिज कर दिया गया था। हालांकि, इस बार प्रस्ताव के तर्कों को देखते हुए वृद्धि की संभावना अधिक है।
झारखंड में हर साल 22,000 से अधिक बिजली चोरी के मामले दर्ज किए जाते हैं। 2023 में 24,399 मामले दर्ज किए गए, जिससे विभाग को ₹47 करोड़ का नुकसान हुआ। वहीं, 2024 में जनवरी से दिसंबर तक 21,902 मामले दर्ज किए गए, जिनसे ₹43 करोड़ का घाटा हुआ। जेबीवीएनएल के जीएम (एटीपी) श्रवण कुमार ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं।
इसके बावजूद, चोरी की घटनाएं विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। यदि बिजली दरों में वृद्धि होती है, तो यह झारखंड के उपभोक्ताओं की जेब पर भारी पड़ सकता है। अब सभी की नजरें जन सुनवाई और अंतिम निर्णय पर टिकी हैं।
निष्कर्ष
झारखंड के लोगों के पैकेट में एक और खर्च बढ़ाने वाली है अगर सरकार इसमें अनुमति दे देती है तो झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड अब ₹8.65 पैसे कि दर से प्रति यूनिट बिजली बिल का शुल्क देना होगा. उम्मीद करते हैं क्या जानकारी झारखंड के लोगों के लिए बहुत ही मददगार एवं उपयोगी होगा जिससे झारखंड के लोग जागरुक रह पाएंगे. अगर झारखंड के लोगों के मन में किसी भी प्रकार का कोई सुविधा आवश्यक है तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट के माध्यम से कमेंट करके भी बता सकते हैं.